नीरज सिसौदिया, बरेली
पूर्व मंत्री और सपा नेत्री साधना मिश्रा ने टिकट की दावेदारी के साथ ही चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है। पिछले काफी दिनों से वह लगातार जनसंपर्क अभियान करने में जुटी हुई हैं। उनका पूरा फोकस हिन्दू बाहुल्य इलाकों पर है। अब तक वह सुभाष नगर, नेकपुर, वाल्मीकि बस्ती, मढ़ीनाथ आदि इलाकों का दौरा कर चुकी हैं।
साधना मिश्रा बताती हैं कि मुस्लिम और दलितों के इलाकों में भाजपा ने कभी भी कोई काम नहीं किया। सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम के नाम पर चुनाव लड़ती रही है। यही वजह है कि मुस्लिम और दलित भाजपा से नाराज हैं। आज भी सुभाष नगर जैसे इलाके विकास की बाट जोह रहे हैं। लोग अब समाजवादी पार्टी की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे हैं। इस बार भाजपा का हिन्दू-मुस्लिम कार्ड नहीं चलने वाला। इस बार सिर्फ विकास के मुद्दे पर ही चुनाव होगा और समाजवादी पार्टी निश्चित तौर पर सरकार बनाएगी। इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान का भरोसा भी दिलाया। उन्होंने भाजपा सरकार को तानाशाह सरकार करार देते हुए लोगों से इस सरकार को उखाड़ फेंकने की अपील भी की।
बता दें कि सपा के हिन्दू दावेदारों में साधना मिश्रा का नाम सबसे ऊपर चल रहा है। वहीं, मुस्लिम दावेदारों में इंजीनियर अनीस अहमद बाजी मारते नजर आ रहे हैं। वह कई बड़े नेताओं की सभाएं कर अपनी ताकत का अहसास तो करा ही चुके हैं, जमीनी स्तर पर भी काफी काम कर रहे हैं। निजी तौर पर वोटरशिप अभियान चलाने और लोगों के घरों में बूथ नंबर का स्टीकर लगवाने वाले वह सपा के एकमात्र दावेदार हैं।