नीरज सिसौदिया, बरेली
वर्तमान में विपक्षी दलों के पास सबसे अहम मुद्दा किसानों का मुद्दा है। एक तरफ पिछले लगभग दस महीनों से दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन चल रहा है तो दूसरी तरफ बरेली में भी यह मुद्दा जोर पकड़ने लगा है। किसानों से संबंधित विभिन्न मुद्दों को लेकर वरिष्ठ सपा नेता और पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार आज सड़कों पर आ गए। उन्होंने किसानों की समस्याओं के समाधान को लेकर जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह को एक ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि जिले में खाद की भारी किल्लत है। किसान घंटों लाइन में लगने के बाद भी यूरिया और डीएपी प्राप्त नहीं कर पा रहा है। किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है लेकिन बिचौलिये चार सौ से पांच सौ रुपये अधिक मूल्य पर खाद का कट्टा बेच रहे हैं। भूसे की कीमत 12 रुपये प्रति किलो और बाटे की कीमत 22 रुपये प्रति किलो हो गई है जिसके कारण किसान एवं दूध उत्पादक भारी मुश्किलों से गुजर रहे हैं। धान की फसल बर्बाद होने के कारण भूसे के व्यापारी बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं और जान-बूझ कर बाजार में भूसे का संकट बता रहे हैं। गन्ना किसानों का बकाया चीनी मिलों ने अभी तक नहीं दिया है जिससे किसान परेशान है। धान क्रय केंद्र बंद पड़े हैं। किसानों की धान की फसल भी बर्बाद हो चुकी है। इसकी क्षतिपूर्ति की व्यवस्था नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी यह मांग करती है कि किसान हित में उपरोक्त सभी बिंदुओं पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इस मौके पर पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार के साथ पार्षद शमीम अहमद, संजीव सक्सेना, हैदर अली, योगेश यादव, इकबाल रजा खां, प्रमोद, संजीव यादव आदि मौजूद थे।