नीरज सिसौदिया, बरेली
कवि गोष्ठी आयोजन समिति के तत्वावधान में स्थानीय गुलाब नगर स्थित रानी साहिब के मंदिर परिसर में बाल दिवस पर काव्य संध्या एवं बच्चों का सम्मान कार्यक्रम प्रख्यात साहित्यकार डॉ महेश मधुकर के संयोजन में हुआ जिसकी अध्यक्षता विनय सागर जयसवाल ने की। मुख्य अतिथि एस. ए. हुदा ‘सोंटा’ एवं विशिष्ट अतिथि हिमांशु श्रोत्रिय ‘निष्पक्ष’ रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ शारदे के दीप प्रज्ज्वलन एवं उनकी वंदना से हुआ। वंदना डॉ शिव शंकर यजुर्वेदी ने प्रस्तुत की।
इस अवसर पर सचिव उपमेंद्र सक्सेना एड. ने कहा कि नेहरू जी सारी दुनिया के बच्चों से प्रेम करते थे। जापान के बच्चों ने उनसे हाथी देखने की इच्छा प्रकट की तब उन्होंने भारत से जापान के लिये हाथी भेजा। उनका बच्चों के प्रति अटूट प्रेम था। आज चाचा नेहरू जैसे बाल- प्रेमी की जरूरत है।
काव्य गोष्ठी में कवियों ने बाल दिवस पर केंद्रित रचनाएं प्रस्तुत कीं और बाल मजदूरी का विरोध करते हुये करारा प्रहार किया।
इस अवसर पर सर्व श्री रणधीर प्रसाद ‘ धीर’ , मनोज दीक्षित ‘ टिंकू’, अमित मनोज, राम प्रकाश सिंह, राम धनी निर्मल, सी. एल. प्रजापति, अजीत सक्सेना, राम कुमार ‘अफ़रोज़’, रामा शंकर प्रेमी, कमल कांत तिवारी, राम मूर्ति गौतम, नरेश रंजन, रितेश साहनी, राम कृष्ण शर्मा, राम प्रकाश शर्मा आदि ने काव्यपाठ किया। संचालन डॉ महेश मधुकर ने किया।