वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में एक चुनावी रैली में विपक्ष पर जोरदार हमला बोलते हुए उस पर राष्ट्रीय संकट के समय पर राजनितिक लाभ हासिल करने की कोशिश का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे गांवों की एक शक्ति ये भी है कि जब संकट आता है, तब हर कोई गिले-शिकवे भुलाकर एकजुट हो जाता है. लेकिन देश के सामने कोई चुनौती आती है तो ये घोर परिवारवादी इसमें भी राजनीतिक हित ढूंढ़ते रहते हैं. भारत के लोग और सेना अगर संकट से लड़ते हैं तो ये लोग उसमें परेशानियों को बढ़ाने में जो भी कर सकते हैं, उसे पूरी ताकत से करते रहते हैं. ये हमने कोरोना के दौरान भी देखा और आज यूक्रेन संकट के समय भी यही देख रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि निरंतर विरोध, अंध विरोध, निराशा और नकारात्मकता इनकी राजनीतिक विचारधारा बन चुकी है.
पीएम मोदी ने कहा कि मुझे खुशी है कि जिसकी जितनी क्षमता है, वह राष्ट्रहित में योगदान कर रहा है. आज अगर भारत के खिलाफ कोई बात होती है तो सभी नागरिक एक साथ उठ खड़े होते हैं. अगर कोई पंचायत के लिए भी वोट करता है, तो देश के हित को देखकर वोट करता है. पीएम मोदी ने कहा कि यूपी के लोग यूपी में गुंडागर्दी, माफिया, भ्रष्टाचार, घोर परिवारवादियों को पूरी तरह नकार चुके हैं. घोर परिवारवादियों की एक खास आदत है कि वो जो बोलते हैं वो करते नहीं हैं और जो नहीं बोलते हैं वही करते हैं.
वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज एक तरफ डबल इंजन का डबल बेनिफिट है, जिसका लाभ यूपी का हर नागरिक उठा रहा है. दूसरी तरफ घोर परिवारवादियों की कोरी घोषणाएं हैं, जो कभी पूरी हो ही नहीं सकती हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 21वीं सदी का ये तीसरा दशक पूरी दुनिया के लिए नई चुनौतियां, अभूतपूर्व संकट लेकर आया है. लेकिन भारत ने तय किया है कि इस अभूतपूर्व संकट और चुनौतियों को हम अवसर में बदलेंगे. ये संकल्प सिर्फ मेरा नहीं है, ये हिंदुस्तान के 130 करोड़ नागरिकों का है, आप सभी का है.
