पंजाब

पांच साल में तीन पार्षद मिलकर भी नहीं बनवा सके 1.5 किमी सड़क, अपनी अवैध बिल्डिंगें और कॉलोनियां खूब बनवाईं, पढ़ें पूर्व अकाली पार्षद बलवीर सिंह बिट्टू का धमाकेदार इंटरव्यू

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अकाली नेता बलवीर सिंह बिट्टू दो बार पार्षद रह चुके हैं। पांच साल पूर्व कांग्रेस सरकार ने जो वार्ड बंदी कराई थी उसमें बिट्टू का वार्ड आरक्षित कर दिया गया था। इन पांच वर्षों में वार्ड के विकास को बिट्टू किस नजरिये से देखते हैं? वार्ड दस के वर्तमान पार्षद मनदीप जस्सल को वह कितना सफल मानते हैं? विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद क्या निगम चुनाव में जनता अकाली दल पर भरोसा जताएगी? आम आदमी पार्टी की सरकार और कांग्रेस की हार का निगम चुनाव पर क्या असर पड़ेगा? बिट्टू का अगला कदम क्या होगा? ऐसे कई पहलुओं पर पार्षद बलवीर सिंह बिट्टू ने इंडिया टाइम 24 के संपादक नीरज सिसौदिया के साथ खुलकर बात की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश…
सवाल : पिछले 5 वर्षों में अपने वार्ड में क्या बदलाव देखते हैं? विकास दृष्टिकोण से कहां पाते हैं अपने वार्ड को?
जवाब : यह जो हमारी मेन रोड है ढिलवां रोड, इसे देखकर विकास का अंदाजा आप खुद ही लगा सकते हैं। यह मेन रोड है जो सभी मोहल्लों को जोड़ती। खास बात यह है कि इस रोड पर तीन पार्षद लगते हैं। एक आठ नंबर वार्ड के पार्षद शमशेर सिंह खैरा, दूसरे 9 नंबर वार्ड की पार्षद मनदीप कौर मुल्तानी और 10 नंबर वार्ड के पार्षद मनदीप जस्सल, यह चौक से ढिलवां फाटक तक लगभग डेढ़ किलोमीटर रोड पिछले 5 साल में तीन पार्षद मिलकर भी नहीं बनवा सके हैं। हां, इस रोड पर उन्होंने अपनी अवैध बिल्डिंगें और अवैध कॉलोनियां जरूर बनवा ली हैं। सबसे ज्यादा अवैध कमर्शियल बिल्डिंगें पिछले 5 वर्षों में इसी रोड पर बनी हैं लेकिन यह रोड नहीं बनी। तीनों में से किसी भी पार्षद ने जनता की नहीं सुनी।

लंबे समय से बदहाल पड़ी ढिलवां रोड आज तक नहीं बन सकी है।


सवाल : अमर पैलेस के बगल में एक अवैध कॉलोनी में कई अवैध कामर्शियल इमारतें बन चुकी हैं और कुछ बन भी रही हैं। आपने कहा कि इस रोड पर सबसे ज्यादा अवैध कॉलोनियों और बिल्डिंगें बनी हैं। क्या आपने कभी इनके खिलाफ आवाज नहीं उठाई?
जवाब : मुद्दा तो बहुत उठा। जनता ने भी उठाया और हमने भी उठाया। हाई कोर्ट तक भी मामला गया लेकिन उस वक्त कांग्रेस की सरकार थी। उनकी अफसरशाही थी। कार्रवाई तो उन्हें ही‌ करनी थी। सारा कुछ उनकी मिलीभगत से हुआ इसलिए किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।

अमर पैलेस के पास अवैध कॉलोनी में निर्माणाधीन बहुमंजिला इमारत।

सवाल : अब प्रदेश में सरकार बदली है। क्या लगता है कि अब कार्रवाई होगी?
जवाब : जनता ने जिस उम्मीद से आम आदमी पार्टी की सरकार बनाई है उम्मीद है कि सरकार उनकी उम्मीदों पर खरी उतरेगी। ऐसे में कार्रवाई तो होनी ही चाहिए।
सवाल : आगामी नगर निगम चुनाव पर कांग्रेस और वर्तमान आम आदमी पार्टी की सरकार का कितना असर पड़ेगा?
जवाब : रूलिंग पार्टी का असर तो पड़ता ही है। जो जनता होती है उसे लगता है कि अगर रूलिंग पार्टी का पार्षद होगा तो काम कराना ज्यादा आसान होगा। इसलिए जनता का रुझान तो आम आदमी पार्टी की तरफ ज्यादा होगा।
सवाल : वर्तमान में स्थानीय जनता को अपने पार्षद से क्या-क्या अपेक्षाएं हैं?
जवाब : देखिए कौंसलर अगर किसी लायक होते तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों की यह हालत नहीं होती। इस तरह के रिजल्ट नहीं आते। लोगों ने उन्हें पूरी तरह नकार दिया है। लोगों की जरूरत है कि उन्हें बिना किसी भेदभाव के मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। कांग्रेस सरकार ने भेदभाव के तहत ही काम किया है। जहां उनका इंटरेस्ट था वहां काम हो गए और जहां पब्लिक का इंट्रेस्ट था वहां काम नहीं हुए। एप्रोच रोड तक नहीं बनी आज तक। मैं दो बार पार्षद रहा और दोनों कार्यकाल में मैंने सड़कें बनवाई थीं। हमें उम्मीद थी कि इस सड़क को स्मार्ट सिटी के तहत बनाया जाएगा। सीवरेज की समस्या मैंने अपने कार्यकाल में सही करवा दी थी।
सवाल : अगर आप पार्षद बनेंगे तो आपकी प्राथमिकताएं क्या होंगी?
जवाब : मेरी प्राथमिकता सबसे पहले ढिलवां रोड को बनाने की होगी। इसके अलावा हमारे पास में कई जगहें हैं जहां पार्क नहीं हैं, बच्चों के लिए ग्राउंड नहीं हैं। वहां पार्क बनाएंगे, बच्चों के खेलने के लिए ग्राउंड बनवाएंगे।
सवाल : विधानसभा चुनाव में अकाली दल और भाजपा लगभग साफ चुके हैं। अब आपको क्या लगता है कि नगर निगम चुनाव में अकाली दल को कितना रिस्पांस मिल पाएगा?
जवाब : देखिये नगर निगम का जो चुनाव होता है वह स्थानीय चेहरे पर लड़ा जाता है। यह सच है कि सत्ताधारी पार्टी को ज्यादा रिस्पांस मिलता है लेकिन वह सिर्फ दस से बीस प्रतिशत ही प्लस होती है। बाकी स्थानीय चेहरे पर ही निर्भर करता है। प्रत्याशी अच्छा हो तो पार्टी मैटर नहीं करती।
सवाल : वर्तमान पार्षद के पिछले पांच वर्षों के कार्यकाल को आप किस नजरिये से देखते हैं। पार्षद को कितना सफल मानते हैं?
जवाब : वर्तमान पार्षद मनदीप जस्सल ने इलाके के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया। मैं उन्हें पूरी तरह फेल मानता हूं। इस चुनाव में जनता ने उन्हें पूरी तरह नकार दिया है। जनता की किसी भी उम्मीद पर वह खरे नहीं उतरे।

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