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शिक्षक दिवस पर डा. अनीस बेग ने दिया राष्ट्र निर्माण का अनोखा गुरुमंत्र, जानिये कैसे चुटकियों में आप भी बदल सकते हैं देश का भविष्य…

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नीरज सिसौदिया, बरेली
देश की तस्‍वीर और जरूरतमंदों की तकदीर बेहतर तालीम से ही संवर सकती है। अगर देश का हर डॉक्‍टर अपने आसपास के किसी एक बच्‍चे को भी गोद लेकर उसे बेहतर तालीम मुहैया कराने का बीड़ा उठाए तो लाखों बेबस मासूमों का भविष्‍य संवरने से कोई नहीं रोक सकता। इसलिए सभी चिकित्‍सकों से अपील है कि सभी एक-एक जरूरतमंद बच्‍चे को गोद लें और इस देश का भविष्‍य संवारने का काम करें। उक्‍त बातें जाने-माने चिकित्‍सक और समाजवादी पार्टी से बरेली नगर निगम के मेयर के टिकट के प्रबल दावेदार डा. अनीस बेग ने सोमवार को शिक्षक दिवस पर बदायूं में आयोजित चिकित्‍सकों के एक समारोह को संबोधित करते हुए कहीं। इस कार्यक्रम का आयोजन इंटेलेक्‍चुअल सोशल वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से किया गया था। इसकी अध्‍यक्षता डा. अनीस बेग ने की। यह चिकित्‍सकों की एक संस्‍था है जिसमें चिकित्‍सा की हर विधा से संबंधित चिकित्‍सक जुड़े हुए हैं। यह संस्‍था मानवता के लिए कार्य करती है।


समारोह को संबोधित करते हुए डा. अनीस बेग ने कहा कि आज देशभर में लगभग 12 लाख से भी अधिक डॉक्‍टर रजिस्‍टर्ड हैं जिनमें लगभग दस लाख से भी अधिक डॉक्‍टर रेगुलर प्रैक्टिस कर रहे हैं। ये सभी बुद्धिजीवी हैं। अगर देश के सभी चिकित्‍सक अपने किसी जानने वाले (कंपाउंडर, नर्स, ऑफिस स्‍टाफ, एंबुलेंस ड्राइवर आदि) किसी एक ऐसे बच्‍चे को गोद लेकर उसे पढ़ाए जो गरीबी या अभावों के चलते अच्‍छी शिक्षा लेने से वंचित है तो न सिर्फ 10 लाख बच्‍चों की तकदीर संवर सकती है बल्कि और दस लाख परिवारों की जिंदगी बदल सकती है। अगर हर डॉक्‍टर यह तय कर ले कि उसे एक जरूरतमंद बच्‍चे को तालीम देकर अपनी तरह डॉक्‍टर ही बनाना है तो न तो देश में डॉक्‍टरों का संकट रह जाएगा और न ही अच्‍छी तालीम के अभाव में हमारे देश की प्रतिभाएं दम तोड़ेंगी। जब देश के बच्‍चे आत्‍मनिर्भर बनेंगे तो विश्‍वभर में हमारा देश नंबर वन होगा।


डॉ. अनीस बेग ने कहा कि शिक्षा आज हर किसी के लिए बेहद जरूरी है। हमारे देश के विकास का आधार भी शिक्षा ही होती है। आज पूरी दुनिया में मेडिकल के क्षेत्र में भारतीय चिकित्‍सकों का दबदबा है। अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में एक चौथाई डॉक्‍टर भारतीय मूल के ही हैं। अगर हर डॉक्‍टर एक बेबस मासूम का सहारा बन जाए तो तो देश के सुनहरे भविष्‍य की दिशा में यह एक क्रांतिकारी कदम होगा। आज देश में 12 लाख से भी अधिक डॉक्‍टर रजिस्‍टर्ड हैं और वर्ष 2030 तक इस देश को कम से कम बीस लाख चिकित्‍सकों की आवश्‍यकता होगी। ऐसे में हमें नए डॉक्‍टर बनाने होंगे और अच्‍छी प्रतिभाओं को प्रोत्‍साहन देकर इस काम को आसानी से अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है। इससे बड़ा राष्‍ट्र निर्माण का कार्य शायद ही कोई और होगा।


बता दें कि डा. बेग स्‍वयं भी कई जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। उन्‍हें अच्‍छी शिक्षा दिलाने से लेकर मूलभूत जरूरतें पूरी करने के लिए वह जाने जाते हैं। वह समाजवादी पार्टी के चिकित्‍सा प्रकोष्‍ठ के निवर्तमान अध्‍यक्ष भी हैं और विभिन्‍न सामाजिक संस्‍थाओं के माध्‍यम से समाजसेवा के कार्यों में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।

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