एजाज अंसारी, हरलाखी
बासोपट्टी प्रखण्ड के सीरीयापुर गांव में सिर्फ वोट के समय ही सांसद विधायक व अन्य जनप्रतिनिधियो का ध्यान आता है अभी तक किसी भी तरह कि योजनाओं का लाभ नहीं मिल सका , आक्रोशित ग्रामीणों ने लिया यह निर्णय.सड़क शिक्षा स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधा से आज के दौर में ग्रामीण अपने आप को पिछड़ा महसूस कर रहे हैं, साथ ही ग्रामीणों ने बीडीओ व थानाध्यक्ष के कार्यशैली से आक्रोशित होकर वोट नहीं करने को भी बताया कारण.ग्रामीणों की मानें तो प्रधानमंत्री आवास योजना में काफी अनियमितता कर्मी के द्वारा बरती गई है. लाभुकों से आवास योजना के लाभ प्रदान किए जाने को लेकर बिचौलियों द्वारा 20 हजार रुपए तक कि राशि का अवैध उगाही किया गया है. शौचालय निर्माण कर लेने के बावजूद अभी तक लाभुको के खाते में बीडीओ द्वारा पैसा ट्रांसफर नही किए जाने से स्थानीय लोग आक्रोशित है.
ग्रामीण मुकेश ठाकुर, श्याम राम, सिताई पासवान, शिवजी मंडल, सरोवर ठाकुर, मिश्री ठाकुर, बद्री मंडल सहित कई स्थानीय निवासियों का कहना है, कि कर्ज लेकर सरकार के द्वारा जागरूक किए जाने के बाद कई लोगो ने शौचालय निर्माण किया. निर्माण करने के बाद अविलंब पैसा प्रदान कर दिए जाने के आस में अब तक राह ताक रहे है. आरोप लगाते हुए कहा कि शौचालय निर्माण लाभ की राशि लेने के लिए भी लोगो को 2 हजार रुपए तक बख़्सिस देनी पर रही है. वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन जैसे कई सामाजिक सुरक्षा कार्यो के लिए गरीब बेबस लोगो को प्रखंड कार्यालय का चक्कर काटना पड़ता है. असहाय लोगो के पास राशन कार्ड अभी तक उपलब्ध नही करवाया जा सका है. इसलिए उक्त तमाम मुद्दों के साथ सेकड़ो ग्रामीण चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का लिया निर्णय.आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही खैरामाठ में भी कुछ इसी तरह की बात हुई थी, तब संबंधित पदाधिकारियों ने बताया कि रोड का टेंडर पास हो चुका है, लोकसभा चुनाव-2019 के कारण आदर्श आचार संहिता लागू रहने के कारण निर्माण कार्य नही हो पा रहा है.बरहाल जो भी ये तो कहना पड़ेगा कि अब लोगों को ये समझ आ चुका है कि अगर विकास नही करेंगें तो इस तरह की स्थिति बनती रहेगी.