नीरज पांडे, नोएडा
केंद्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में आज अमर शहीद पंडित रामप्रसाद बिस्मिल का 122 वा जन्मोत्सव एमिटी ऑडिटोरियम सेक्टर 44 नोएडा में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।
कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य महेन्द्र ने यज्ञ करवा कर किया और राष्ट्र रक्षा का संकल्प आर्य युवकों ने लिया ।
समारोह अध्यक्ष केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि रामप्रसाद बिस्मिल का जीवन भटके हुए हजारों युवाओं के लिये प्रेरणा का स्रोत है । रामप्रसाद बिस्मिल और उनके सखा अशफाक उल्ला खा ने अंग्रेजी हकुमत को हिला दिया और क्रांतिकारी आंदोलन की शुरूआत की ।
बिस्मिल महर्षि दयानंद सरस्वती के अनुआई थे और आर्य समाज से प्रेरणा लेकर आजादी की लड़ाई में कूद पड़े । बिस्मिल ने फांसी से पहले गीत लिखा था “सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है” जो आज हर व्यक्ति की जुबान पर है बिस्मिल लेखक, साहित्यकार, शायर भी थे उन्होंने 11 पुस्तकें लिखी उनकी फांसी से 3 दिन पहले दिल को हिला देने वाली आत्म कथा सभी को पढ़नी चाहिए । बिस्मिल में राष्ट्र भक्ति का जज़्बा भरा हुआ था उनका जीवन युवाओं के लिए प्रकाश पुंज का कार्य सदियों तक करता रहेगा ।
आचार्य गवेन्दर शास्त्री ने आह्वान किया कि शहीद किसी कोम या जात पात का नहीं होता वह तो पूरे राष्ट्र का होता है । जिन्होंने देश की आजादी के लिए सर्वस्व होम कर दिया उन्हें सदैव स्मरण रखना चाहिए ।
आचार्य भानुप्रताप शास्त्री ने ओजस्वी गीतों से नया उत्साह दिया व प्रवीन आर्या के मधुर भजनों पर सभी झूम उठे ।
इस कार्यक्रम में कृष्ण लाल राणा, एस सी ग्रोवर, विवेक अग्निहोत्री, तिरलोक शास्त्री,यज्ञ वीर चौहान,प्रदीप आर्य,अरुण आर्य ,शिवम मिश्रा आदि उपस्थित थे।