पंजाब

न्याय मोर्चा ने बजाया नगर निगम का ढोल, जोशी और अरमान अस्पताल की खोली पोल, भाग खड़े हुए कमिश्नर लाकड़ा, बिल्डिंग इंस्पेक्टर और एटीपी को एक सप्ताह में सस्पैंड नहीं किया तो मेयर व कमिश्नर के कमरे में बजाएंगे ढोल

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नीरज सिसौदिया, जालंधर
शहर में अवैध रूप से संचालित किए जा रहे अरमान हॉस्पिटल और जोशी अस्पताल के अवैध रूप से संचालित किए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करने वाले नगर निगम के खिलाफ न्याय मोर्चा ने ढोल बजाकर जुलूस निकाल विरोध प्रदर्शन किया. ऩ्याय मोर्चा को ढोल बजाते देख समस्या का समाधान करने की बजाय निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा मौके से भागते नजर आए. वहीं, नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच का कोई भी अधिकारी अपने केबिन से निकलकर नहीं आया. न्याय मोर्चा ने निगम को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अभी भी निगम कमिश्नर और मेयर नहीं जागे और जोशी और अरमान अस्पताल को सील नहीं किया और बिल्डिंग इंस्पेक्टर व एटीपी को सस्पैंड नहीं किया तो एक सप्ताह बाद नगर निगम के मेयर और कमिश्नर के कमरे में जाकर न्याय मोर्चा ढोल बजाएगा और उन्हें जगाएगा.
इससे पहले न्याय मोर्चा सुबह लगभग 12 बजे सैदां गेट से जुलूस की शक्ल में निकले. सैकड़ों लोगों का हुजूम नगर निगम और अस्पतालों के विरोध में नारेबाजी करते हुए चल रहे थे. इसके बाद निगम पहुंचकर ढोल बजाकर निगम की बिल्डिंग ब्रांच को जगाने लगे लेकिन न तो बिल्डिंग ब्रांच का कोई अधिकारी जागा और न ही मेयर. निगम कमिश्नर जैसे ही मौके पर पहुंचे वैसे ही भाग खड़े हुए.


इन अस्पतालों के खिलाफ न्याय मोर्चा की ओर से मेयर जगदीश राज राजा को 15 दिन पहले एक मांगपत्र सौंप कर कार्रवाई की मांग की गई थी लेकिन नगर निगम के मेयर और अफसर अपनी कुंभकर्णी नींद से नहीं जागे. इसीलिए आज न्याय मोर्चा ने ढोल बजाकर उनका जुलूस निकाला और विरोध प्रदर्शन कर उन्हें जगाने का प्रयास किया.
मोर्चा के प्रधान मंगा ओबरॉय, महासचिव राजू पहलवान पंजाब युवा मोर्चा प्रधान पुनीत शर्मा उर्फ पुन्नू और सचिव यूसुफ कल्याण ने संयुक्त रूप से बताया कि शहर में लगभग 100 से भी अधिक अस्पताल ऐसे हैं जो बिना कंपलीशन सर्टिफिकेट के अवैध रूप से संचालित किए जा रहे हैं| इनमें से कई अस्पताल ऐसे हैं जो 3 मंजिल से अधिक मंजिलों में बने हुए हैं| कई अस्पताल ऐसे हैं जिनके पास पार्किंग ही नहीं है और कुछ अस्पताल ऐसे हैं जिन्होंने पार्किंग के लिए बनाई गई बेसमेंट में वार्ड बना डाले हैं एवं मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। कई अस्पताल ऐसे हैं जिन्होंने सरकारी फुटपाथ पर ही कब्जा कर लिया है| इनमें से कई अस्पतालों को नगर निगम की ओर से नोटिस भी जारी किए गए थे लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई और मामला ठंडे बस्ते में चला गया| यह अस्पताल मरीजों से इलाज के नाम पर मनमाने पैसे वसूल रहे हैं लेकिन मरीजों की जान कि इन्हें कोई परवाह नहीं है|

उन्होंने कहा कि 5-6 मंजिला बनाए गए अस्पतालों की ऊपरी मंजिल पर वार्ड बनाए गए हैं अगर इन वार्डों में कोई हादसा हो जाए तो इन मरीजों की जान बचाना भी नामुमकिन हो जाएगा| नगर निगम के बिल्डिंग ब्रांच के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों जिनमें बिल्डिंग इंस्पेक्टर से लेकर एटीपी, एमटीपी तक शामिल हैं, की मेहरबानी से यह अस्पताल बिना नक्शा पास कराए संचालित किए जा रहे हैं| कुछ अस्पताल कॉमर्शियल नक्शे पर चलाए जा रहे हैं तो कुछ रेजिडेंशियल नक्शे पर ही संचालित किए जा रहे हैं| अस्पताल मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ तो कर ही रहे हैं, नगर निगम के राजस्व को करोड़ों रुपए की चपत भी लगा रहे हैं| इतना ही नहीं मरीजों से यह अस्पताल प्रतिदिन का फाइव स्टार होटल से भी अधिक का किराया वसूल कर रहे हैं| एक तरफ धन के अभाव में शहर का विकास प्रभावित हो रहा है और दूसरी तरफ ऐसे अस्पतालों से राजस्व वसूली की तरफ नगर निगम का कोई ध्यान नहीं है| उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए और इन्हें सील किया जाना चाहिए साथ ही इनमें मरीजों से जो पैसे वसूले गए हैं उन्हें भी अस्पताल प्रबंधन वापस करें| इसी मुद्दे को लेकर आज पहले चरण में जोशी और अरमान अस्पताल के खिलाफ ढोल बजाकर जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया गया है. अगले चरण में अन्य अस्पतालों के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हम पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सरकार से और नगर निगम से यह मांग करते हैं कि जल्द ही इन अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. अगर इन अस्पतालों को संरक्षण देने वाले बिल्डिंग इंस्पेक्टर, एटीपी, एमटीपी समेत अन्य भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो सोए हुए नगर निगम को जगाने के लिए न्याय मोर्चा फिर ढोल बजाकर जुलूस निकालेगा और सड़क से लेकर निगम कार्यालय तक विरोध प्रदर्शन करेगा|
मंगा ओबरॉय ने बताया कि शहर में अरमान हॉस्पिटल, ऑर्थोनोवा अस्पताल, एचपी ऑर्थो केयर अस्पताल, जोशी हॉस्पिटल, मित्तल हॉस्पिटल, सर्वोदय हॉस्पिटल, लाल पैथ लैब, बल हॉस्पिटल, दोआबा अस्पताल टैगोर अस्पताल, जोशी अस्पताल सहित लगभग 100 से भी अधिक ऐसे अस्पताल हैं जिनके खिलाफ नगर निगम के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। इस मौके पर मंगा ओबरॉय, राजू पहलवान, पुनीत शर्मा पुन्नू, यूसुफ कल्याण, विशाल अटवाल, रोहित थापर, विजय अटवाल, सन्नी अरोड़ा आदि मौजूद थे.

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