नीरज सिसौदिया, बरेली
जन मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी ने आज कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया. कोरोना काल के बाद पहली बार समाजवादी नेता पूरे जोश के साथ सड़कों पर नजर आए. चिलचिलाती गर्मी में समाजवादियों का पारा भी लगातार चढ़ता नजर आया. समाजवादी पार्टी के महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी युवाओं की टीम के साथ सुबह से ही कलेक्ट्रट पर पहुंच गए थे. देखते ही देखते सैकड़ों की तादाद में लाल टोपी पहने समाजवादी नेता अपने समर्थकों के साथ जुटते गए.
इस दौरान अगम मौर्या, शमीम खां सुल्तानी, अब्दुल कयूम मुन्ना, डा. अनीस बेग, मो. फिरदौस उर्फ अंजुम भाई, इंजीनियर अनीस अहमद, मो. अकील गुड्डू, मो. कलीमुद्दीन, शमीम अहमद, गौरव सक्सेना, समर्थ मिश्रा सहित अन्य नेताओं ने सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए कहा कि योगी सरकार में महिलाओं का खुले आम चीरहरण हो रहा है. कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. बेरोजगारी चरम पर है, भ्रष्टाचार का बोलबाला है. कोई सुनने वाला नहीं है.
सरकार ने पंचायत चुनाव डरा धमकाकर और गुंडाराज के बल पर जीता. कई जगह विपक्षी प्रत्याशियों को नामांकन तक दाखिल नहीं करने दिया गया. जनता अब सब जान चुकी है. पेट्रोल के दाम आसमान छूने लगे हैं. महंगाई चरम पर है. अब और बर्दाश्त नहीं होगा. समाजवादी पार्टी जनहित के मुद्दों पर सड़कों पर आ चुकी है और अब आरपार की लड़ाई होगी.इससे पहले समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए. वहां से कलेक्ट्रेट पहुंचे. प्रदर्शन के दौरान भारी संख्या में पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे. प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा. इस दौरान आम जनता को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े इसका पूरा ख्याल रखा गया.
एक बार डीएम की गाड़ी आई तो समाजवादी उसके आगे खड़े होकर नारेबाजी करने लगे लेकिन दो मिनट के अंदर ही पुलिस ने रास्ता साफ करवाकर डीएम को अंदर प्रदेश कराया. समाजवादी पार्टी के नेता कलेक्ट्रेट गेट के सामने ही सड़क पर बैठकर विरोध जताते नजर आए. बहरहाल, बरेली में समाजवादी पार्टी का प्रदर्शन पूरी तरह सफल रहा.