बड़ी अजीब सी बड़े शहरों की रोशनी होती है। दिन खूब हँसता पर रात बहुत रोती है।। उजालों में भी चेहरे यहाँ पहचाने नहीं जाते। सच सिसकता और झुठलाई नींद चैन की सोती है।। आदमी भटकता रहता है यहाँ कंक्रीट के जंगलों में। संवेदना सुप्त रहती है यहाँ सबकी धड़कनों में।। फायदे नुकसान के गणित […]
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पर्यावरण संरक्षण दिवस परेड विशेष: नदी ताल में कम हो रहा जल…
नदी ताल में कम हो रहा जल और हम पानी यूँ ही बहा रहे हैं। ग्लेशियर पिघल रहे और समुन्द्र तल यूँ ही बढ़ते ही जा रहे हैं।। काट कर सारे वन कंक्रीट के कई जंगल बसा दिये विकास ने। अनायस ही विनाश की ओर कदम दुनिया के चले ही जा रहे हैं ।। पॉलीथिन […]
जीवन अनेक रंग, जीवन एक जंग…
पल पल रोज़ बदलती कुछ नया रंग है जिन्दगी। चुनौतियों का करो सामना यही ढंग है जिन्दगी।। जिन्दगी की जंग हार कर बैठना. ठीक नहीं होता। अगर खुद पर है विश्वास तो जीत के संग है जिन्दगी।। मानवता आदमी. को इक़ इंसान बना देती है। कोशिश हर मुश्किल को आसान बना देती है।। कर्म को […]
समाज,राष्ट्र का सजग सतर्क प्रहरी,पत्रकार…
कभी मीठा तो कभी चीत्कार लिखता है। कभी विपक्ष कभी सरकार लिखता है।। कलम का सिपाही रुकता नहीं कभी। हर बात वह तो बार बार लिखता है।। कभी आरपार कभी कारोबार लिखता है। कभी विसंगति और प्रचार लिखता है।। समाज राष्ट्र के हर बिंदु को छूती कलम। हर विषय की वह भरमार लिखता है।। कभी […]
हमारे भारतीय त्योहार केवल पर्व ही नहीं संबधों की प्रगाढ़ता का सुअवसर भी हैं
होली ,दीवाली, दशहरा,रक्षा बंधन, दुर्गा पूजा,नवरात्रि,लोहड़ी व अन्य केवल रंगों के खेलने व आतिशबाजी व अन्य बातों के त्यौहार ही नहीं है,अपितु दिलों का रंगना,मिलना इसमें परम आवश्यक है।रंगों के बहने के साथ ही मन का मैल बहना भी बहुत आवश्यक है ,तभी होली की सार्थकता है।और दीपावली पर जाकर मिलना ,उनके हाथ से मीठा […]
दुआओं की सौगात है, बुजुर्गों के पास…
क्षमा दुआ अनुभव और आस, है बुजुर्गों के पास। बहुत ही जिम्मेदारी अहसास, है बुजुर्गों के पास।। छोटे बड़ों का ध्यान और करें, घर की रखवाली भी। संस्कृति, संस्कारों का वास है, बुजुर्गों के पास।। बहुत दुनिया देखी बड़ों ने, उनसे ज्ञान लीजिये। उन्होंने किया लालन पालन, उन पर ध्यान दीजिए।। उनके मान सम्मानआशीर्वाद से, […]
फिर से विश्व गुरु की पहचान वाला,भारत महान होगा
मिलकर धूल में भी हम खड़े हो सकते हैं। टूटकर फिर हम दुबारा बड़े हो सकते हैं।। गिर कर भी फिर वैसे ही उठना आता हमको। देख लेना फिर वैसे ही आसमां चढ़े हो सकते हैं।। परीक्षा यूँ ही बारम्बार हम देकर आयेंगे। खुशियां अपरम्पार हम फिर जाकर लायेंगे।। माना कि मुसीबत है और समय […]
जिस गली से गुजरो सलाम हो तुमको…
जिस गली से गुजरो सलाम हो तुमको। सबकी खुशी का पैगाम हो तुमको।। महसूस हो दर्द सबका तुम्हारे दिल में। सुन सबकी खैरियतआराम हो तुमको।। हर किसी के ही काम तुम आ सको। जो भी मिले खास ओ आम हो तुमको।। मोहब्बत से तो भरोसा कभी न उठे। चाहे लगे इसका मंहगा दाम हो तुमको।। […]
कुदरत इस कदर आज खफा हो गई है…
कुदरत इस कदर आज खफा हो गई है। जहरीली हर शहर की हवा हो गई है।। कुछ नासमझियां हमारीऔर कुछ पहेली। जिंदगी मुश्किलों में आज रवा हो गई है।। इस बीमारी का कहर बरपा है इस तरह। बाहर घूमना भी जुर्म दफ़ा हो गई है।। घर रहें बंद इस कॅरोना कड़ी तोड़ने को। यही सबसे […]
नारी ।। तुम केंद्र ,तुम धुरी, सृष्टि की रचनाकार हो…
तुम केंद्र तुम धुरी तुम सृष्टि की रचनाकार हो। तुम धरती पर मूरत प्रभु की साकार हो।। तुम जगत जननी हो तुम संसार रचयिता। माँ बहन पत्नी जीवन में हर प्रकार हो।। तुम से ही ममता स्नेह प्रेम जीवित रहता है। मन सच्चा कभी कपट कुछ नहीं कहता है।। त्याग समर्पण का जीवंत स्वरूप हो […]